पूर्वी उत्तर प्रदेश के विंध्य, वाराणसी और चंदौली क्षेत्रों में उपजाया जाने वाला आदमचीनी चावल, चावल की एक दुर्लभ भू-प्रजातीय किस्म है. यह किस्म उत्कृष्ट स्वाद और सुगंध के लिए प्रसिद्ध है.
उत्पाद
किसान चावल की इस आदमचीनी नामक पारंपरिक किस्म की खेती बरसों से कर रहे हैं जिसके मुख्य कारण हैं बीज का आसानी से उपलब्ध होना और पूर्वजों से विरासत में इसकी खेती की तकनीक की जानकारी. पकाने के पहले और बाद दोनो स्थितियों में इसका एल/बी अनुपात और साथ ही बीज की लंबाई न्यूनतम होती है.
जीआई टैग
चावल की इस किस्म को 2023 में जीआई टैग दिया गया.