उत्तर प्रदेश में स्थित मैनपुरी की एक लोकप्रिय कला है तारकशी जिसमें पीतल के तार को लकड़ी में बिठाने का काम किया जाता है. मूल रूप से तारकशी का काम खड़ाऊँ (लकड़ी से बना पदत्राण) में किया जाता रहा है, लेकिन वर्तमान में गहने रखने वाली सन्दूकची, नामपट्ट आदि जैसे इसी प्रकृति के अन्य उत्पादों में भी तारकशी की जाने लगी है.
कलारूप
जिले की तारकशी की यह विशिष्ट, अनूठी और रचनात्मक कला दरवाजों, मेजों, फूलदानों, संदूकों, ट्रे, लैम्पों और अन्य सजावटी वस्तुओं पर दिखाई देती है. मैनपुरी में इस कला के लिए आम तौर पर शीशम की लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है. कागज को टेम्पलेट ले रूप में इस्तेमाल करते हुए कठोर लकड़ी में सँकरे, गहरे खाँचे का डिजाइन उत्कीर्ण किया जाता है और फिर हथौड़े की मदद से तारों को इन खाँचों में यथास्थान बिठाया जाता है.
जीआई टैग
मैनपुरी तारकशी को 2023 में जीआई टैग दिया गया.