वाराणसी जिले में उपजाया जाने वाला रामनगर भंटा (बैंगन) जाड़े के मौसम की फसल है. यह भंटा अपने स्वाद, गुणवत्ता, चिकनेपन, रंग, वजन और आकार के लिए जाना जाता है. इसका रंग धीरे-धीरे हरा से पीला होता जाता है. स्थानीय किसान परंपरागत प्रजाति के बीज के प्रयोजन से पीले रंग के भंटों को काम में लाते हैं.
उत्पाद
रामनगर भंटा पोषक तत्त्वों, खनिजों और विटामिनों से भरपूर होता है. इसका पौधा बारहमासी प्रकृति की छोटी झाड़ होती है जो 100 से लेकर 150 सेंटीमीटर की ऊँचाई तक बढ़ता है. इसकी झाड़ पड़ी, आधी खड़ी या पूरी खड़ी होती है और इसमें बड़ी संख्या में शाखाएँ होती हैं. यद्यपि रामनगर भंटा बारहमासी होता है तथापि इसकी खेती सालाना फसल के रूप में की जाती है.
जीआई टैग
रामनगर भंटा को 2023 में जीआई टैग प्रदान किया गया.