ग्रामीण समृद्धि को बढ़ावा देना
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भारत की अध्यक्षता के अंतर्गत वित्तीय समावेशन के लिए वैश्विक साझेदारी (जीपीएफआई) की पहली बैठक 9 जनवरी 2023 को विश्व बांग्ला कन्वेंशन सेंटर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल में आयोजित किया गया. बैठक का एक प्रमुख आकर्षण था वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाने में डिजिटल नवोन्मेष पर आयोजित प्रदर्शनी जिसमें नाबार्ड की अग्रणी भूमिका रही है. प्रदर्शनी में जिन 12 संस्थाओं ने भाग लिया, वे हैं – नाबार्ड, यूएडीएआई, एनपीसीआई, एसबीआई, सिडबी, बंधन बैंक, प.बंगाल की राज्य स्तरीय बैंकर समिति, एनसीएफई, आरएक्सआईएल, एमओएसआईपी, आईएफएससीए और नैबवेंचर समर्थित स्टार्ट-अप उन्नति.

प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित को लोगों के सामने रखना था:

  • डिजिटल वित्तीय समावेशन में भारत की सफलता,
  • डिजिटलीकरण के माध्यम से वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाने में विभिन्न हितधारकों का योगदान,
  • डिजिटल वित्तीय समावेशन के कारण लाभार्थियों के जीवन में परिवर्तन, और
  • वित्तीय समावेशन में सुधार और नेटवर्किंग के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने में नई और नवोन्मेषी प्रौद्योगिकियों का लाभ किस प्रकार उठाया गया.
पश्चिम बंगाल की माननीया मुख्य मंत्री मैडम ममता बनर्जी ने ग्रामीण भारत को आगे बढ़ाने में नाबार्ड के प्रयासों और सहयोगों की सराहना की.
नाबार्ड के स्टाल पर यूएडीएआई के सीईओ डॉ. सौरभ गर्ग, नीदरलैंड की महारानी महामहिम मैक्सिमा और अन्य महानुभाव
डॉ. शशि पांजा, कैबिनेट मंत्री, उद्योग, वाणिज्य और उद्यम मंत्रालय तथा महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण विभाग, पश्चिम बंगाल सरकार

प्रदर्शनी में नाबार्ड के डिजिटल वित्तीय समावेशन प्रयासों को चार श्रेणियों में प्रदर्शित किया गया – माइक्रो एटीएम, मोबाइल एटीएम, वित्तीय साक्षरता जागरूकता कार्यक्रम और एसएचजी-जेएलजी. आर्यावर्त बैंक की बैंक सखियों द्वारा दोहरे अधिप्रमाणन का लाइव डेमो भी हमारे स्टाल का एक हिस्सा था. जी20 और वित्तीय समावेशन पर टैब्लेट्स के माध्यम से एक संवादपरक प्रश्नमंच भी आयोजित किया गया और सहभागियों को स्मृति-चिह्न दिए गए.

‘हरित पहल करें (गो ग्रीन)’ को ध्यान में रखा गया और सभी प्रतिनिधियों को पाठ्य-दृश्य-श्रव्य सामग्री (वीडियो तथा सफलता की कहानियाँ आदि) एक आवश्यकतानुरूप तैयार किए गए बण्डल के रूप में क्यूआर कोड के माध्यम से सीधे उनके मेलबॉक्स में दी गई जिसे आगंतुकों ने हाथोहाथ लिया.

स्टाल पर श्रीमती चंद्रिमा भट्टाचार्य, माननीया वित्त राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार), तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, भूमि और भूमि सुधार, शरणार्थी और पुनर्वास, पश्चिम बंगाल सरकार
कार्यक्रम के दूसरे दिन नाबार्ड की मेजबानी में आयोजित – वित्तीय साक्षरता संगोष्ठी – को संबोधित करते हुए माननीय केन्द्रीय आदिवासी कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा

प्रदर्शनी का उद्घाटन यूएडीएआई के सीईओ डॉ. सौरभ गर्ग ने किया. पश्चिम बंगाल की माननीया मुख्य मंत्री मैडम ममता बनर्जी ने प्रदर्शनी में पधार कर हमारा गौरव बढ़ाया और ग्रामीण जनता को वित्तीय समावेशन के दायरे में लाना सुनिश्चित करने के नाबार्ड के प्रयासों की सराहना की. माननीय उद्योग, वाणिज्य और उद्यम मंत्री डॉ. शशि पांजा तथा माननीया वित्त राज्यमंत्री श्रीमती चंद्रिमा भट्टाचार्य ने भी प्रदर्शनी में पधार कर सभी संगठनों के साथ विस्तार से बातचीत की.

माननीय केन्द्रीय आदिवासी कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा भी प्रदर्शनी में पधारे और उन्होंने नाबार्ड के प्रयासों और प्रदर्श सामग्री में भरपूर रुचि दिखाई.

आर्यावर्त बैंक की बैंक सखियों - सरिता गुप्ता और मीरा देवी - ने हाथ में रखे जाने वाले एटीएम उपकरण के माध्यम से एईपीएस और दोहरे अधिप्रमाणन का लाइव डेमो दिखाया.