पर्यवेक्षण बोर्ड के मूल कार्य निम्नानुसार हैं:
- पर्यवेक्षण और निरीक्षण से सम्बंधित मामलों पर निर्देश और मार्गदर्शन उपलब्ध कराना;
- निरीक्षण की गुणवत्ता का ध्यान रखना;
- निरीक्षण के निष्कर्षों की समीक्षा करना और उपयुक्त उपायों के बारे में सुझाव देना;
- पर्यवेक्षण विभाग, नाबार्ड द्वारा की गई अनुवर्ती कार्रवाई की समीक्षा करना;
- उभरते हुए पर्यवेक्षकीय मुद्दों की पहचान करना;
- पर्यवेक्षित बैंकों के काम-काज में सुधार के लिए उन्हें आवश्यक अनुवर्ती सुझाव देना;
- पर्यवेक्षण तंत्र को अधिक मजबूत बनाने के लिए उपाय सुझाना;
- ऑफ़-साइट (स्थलेतर) निगरानी जैसे अनुपूरक साधनों के माध्यम से सामने आई जानकारी और उस पर की गई कार्रवाई की समीक्षा करना;
- नाबार्ड के निदेशक बोर्ड द्वारा सौंपे गए अन्य कार्य करना;
- उपर्युक्त के अतिरिक्त, नाबार्ड द्वारा किए गए निरीक्षणों के आधार पर पर्यवेक्षण बोर्ड आवधिक रूप से सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की वित्तीय स्थिति की समीक्षा करता है.