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जलवायु परिवर्तन सम्बन्धी प्रकाशन
न्यूज़लेटर
अंक 1
अंक 2
अंक 3
फ्लायर
समुद्रतल में वृद्धि के लिए संभावित अनुकूलन रणनीति के रूप में तटीय संसाधनों का संरक्षण और प्रबंधन
जलवायु सहन-क्षमता और आजीविका सुरक्षा के लिए छोटे अंतर्देशीय मछुआरा समुदाय की अनुकूलन क्षमताओं का निर्माण, मध्य प्रदेश, भारत
पंजाब में जलवायु अनुकूलनक्षम पशुधन उत्पादन की ओर
नुआपाड़ा जिला, ओडिशा में पारंपरिक आजीविका के लिए कमजोरी को घटाने और अनुकूलनक्षमता बढ़ाने के लिए नदी बेसिन के जल-बहाव के प्रबंधन के माध्यम से जल संरक्षण
संधारणीय कृषि के लिए प्रभावी प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन
ओडिशा के कोरापुट जिले में यूकेलिप्टस आधारित कृषि-वानिकी
मौसम की जानकारी के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वचालित मौसम केन्द्रों (एडब्ल्यूएस) की स्थापना
नए बने सिंचित क्षेत्रों में समन्वित डेयरी विकास और धान की खेती के लिए श्री (चावल सघनीकरण प्रणाली)
एनआरएम के माध्यम से बायोगैस, जैविक खेती और आजीविका विकास की समन्वित परियोजना
कम निविष्टि कम कार्बन वाली जैविक खेती – परम्परागत मिलेट्स और सब्जी की जैविक खेती के संवर्धन के लिए जैविक किसानों को विपणन सहयोग
गन्ने की खेती की संधारणीय पहल (एसएसआई): गन्ने की जल-सघन खेती में टपक सिंचाई का उपयोग
ग्राहक-अनुकूल वित्तपोषण और प्राकृतिक संसाधनों के संधारणीय उपयोग के माध्यम से आजीविका में सुधार
केंद्रपाड़ा, ओडिशा में तालाब-आधारित समन्वित मत्स्य फार्मिंग के माध्यम से संधारणीय आजीविका विकास
टपक सिंचाई की दिलासा परियोजना के माध्यम से कपास की खेती में जल संसाधन का संरक्षण
किनारे के बाँधों के निर्माण के माध्यम से केरल में तटीय संरक्षण के उपाय
सौर बिजली में निहित भविष्य– पहला कदम रखने वाले होंगे लाभान्वित–चेंगलम सर्विस को-ऑपरेटिव बैंक
महाराष्ट्र में जलवायु परिवर्तन अनुकूलन (सीसीए) परियोजना
तमिलनाडु और राजस्थान में वाटरशेड को जलवायु-रोधी बनाने की प्रायोगिक परियोजना
अनुकूलनशील संधारणीय कृषि
जल बजट बनाना
वाटरशेड प्रबंधन
मौसम आधारित, कृषक-केन्द्रित कृषि-मौसमविज्ञान
सब्जी की सघन खेती
हम क्या करते हैं
वित्तीय
प्रत्यक्ष वित्तपोषण
ग्रामीण आधारभूत संरचना विकास निधि
नाबार्ड अवसंरचना विकास सहायता (एनआईडीए)
विपणन महासंघों को ऋण सुविधाएँ
सहकारी बैंकों को प्रत्यक्ष पुनर्वित्त सहायता
दीर्घावधि सिंचाई निधि
प्रधान मंत्री आवास योजना – ग्रामीण (पीएमएवाई-जी)
स्वच्छ भारत मिशन – ग्रामीण (एसबीएम-जी)
सूक्ष्म सिंचाई निधि
भांडागारों, शीत भंडारों और शीत शृंखला आधारभूत संरचना के लिए ऋण
फ़ूड पार्कों और नामनिर्दिष्ट फ़ूड पार्कों में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के लिए ऋण
वैकल्पिक निवेश निधियाँ (एआईएफ)
पुनर्वित्त
अल्पावधि ऋण
दीर्घावधि ऋण
विकास संबंधी
संस्थागत विकास
कृषीतर क्षेत्र
कृषि क्षेत्र
वित्तीय समावेशन
सूक्ष्म ऋण नवाचार
अनुसन्धान और विकास
जलवायु परिवर्तन
अवलोकन
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) के अंतर्गत अडाप्टेशन फंड
ग्रीन क्लाइमेट फंड
राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन अनुकूलन निधि
जलवायु परिवर्तन पर नाबार्ड की प्रायोगिक परियोजनाएँ
नाबार्ड की जलवायु परिवर्तन सम्बन्धी अन्य पहलें
जलवायु परिवर्तन सम्बन्धी प्रकाशन
कार्यशालाएँ और कार्यक्रम
जलवायु परिवर्तन निधि
ई-ब्रोशर – जलवायु परिवर्तन केंद्र
नाबार्ड प्रायोजित योजनाएँ
कृषीतर क्षेत्र
अनुसन्धान और विकास
सूक्ष्म वित्त क्षेत्र
पर्यवेक्षी
पर्यवेक्षण के उद्देश्य
पर्यवेक्षकीय प्रक्रिया
क्रेडिट निगरानी व्यवस्था (सीएमए)
पर्यवेक्षण बोर्ड (बीओएस)
अन्य प्रयास
पर्यवेक्षित संस्थाओं पर लगाए गए दंड